परिकल्पना एवं उद्देश्य
परिकल्पना
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय शहडोल का मानना है कि विद्यार्थियों में भारतीय होने का गर्व पैदा करना चाहिए, न केवल विचारों में, बल्कि आत्मा, बुद्धि और कर्मों में भी, साथ ही ज्ञान, कौशल, मूल्य, प्रतिभा, रचनात्मकता, चरित्र निर्माण और अपनी जड़ों से गहरा जुड़ाव विकसित करना चाहिए। हमारा विजन छात्रों को समग्र विकास के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाना है, उन्हें हमेशा बदलती दुनिया में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए तैयार करना है।
उद्देश्य
विवेकानंद ने कहा, “हम ऐसी शिक्षा चाहते हैं, जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े, बुद्धि का विस्तार हो और जिससे व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा हो सके।” पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय शहडोल का मिशन ऐसे व्यक्तियों का निर्माण करना है जो धर्मों, संस्कृतियों और जातीयताओं में व्यापक दृष्टिकोण के साथ विनियमित वातावरण में संचालित स्वतंत्र विचार की योग्यता और कठोर अभ्यास से सक्षम हों।